Jyoti Mishra
Jyoti Mishra 27 Feb, 2022
मुट्ठी भर आसमान
चंचल मन मेरा कह रहा जो मैं परिंदा बन जाऊं पंख फैला दूर आसमान में उड़ जाऊं उन्मुक्त गगन में उड़ने का सुख क्या है धारा को बताऊं ||

Paperwiff

by Jyotimishra

27 Feb, 2022

मुट्ठी भर आसमान

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