ईश्वर भाव, विश्वास और दया का रचनात्मक रूप है ।
जिसमे भी यह गुण दिख जाए वही प्रभु का स्वरूप है।
नहीं यहां पर कोई किसी का भाग्य विधाता
हमारे मन की इच्छा शक्ति ही है,
हमारे कर्मों का दाता ।
स्वर्ग नरक सब यही धरा पर
यही मिलेगी खुशहाली ।
यह ब्रह्मांड और प्रकृति सब हैं
काल चक्र की, रचनाकारी।
है जिसने सोचा भला सभी का,
जो विपदा में बने सहारा ,
हाँ! नाम उसी का ईश्वर है
जो कर्मों से महान है ।
ऊपर देखने की जरूरत नहीं,
आस पास ही देखो।
वह कौन मददगार है?
जो आपके दुख सुख में हो खड़ा निरंतर,
वही तो भगवान है।
मुलाकात हुई मेरी ईश्वर से,
जीवन में कई बार।
पैदा होते ही मां बाप का प्यार,
और फिर भाई बहनों का दुलार।
कभी स्कूल में शिक्षक ने जताया,
मेरे भविष्य की चिंता का सवाल।
तो कभी दोस्तों से ही की,
मदद की गुहार
कभी पति बने परमेश्वर तो
कभी बच्चे लगे, जीवन का उपहार
सब में ही ईश्वर का भाव मिला।
जीवन को पार लगाने के लिए,
एक नाविक को उसका नाव मिला।
इस जग में हमारी खुशियों की,
एक दूसरे के पास कमान है।
ऊपर देखने की जरूरत नहीं,
आस पास ही देखो।
वह कौन मददगार है?
जो आपके दुख सुख में, हो खड़ा निरंतर
वही तो भगवान है।
© इंदु इंशैल
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
🙏🏻🙏🏻✍️✍️🙏🏻🙏🏻
बहुत-बहुत धन्यवाद संदीप जी
Very nice indu ji🙏🙏
Bahut achcha Laga yah Kavita padhkar. bahut kuchh sikhane Ko Mila Ishwar ke bare mein.
Thank you Manisha jee
Thank you Shiksha
BHut sunder likha hai👌👌
Bahut sundar,💐💐
Bhuat khub
Thank you Vineeta Mam
Thank you Neha dear
Thank you Ekta Mam
बहुत बढ़िया
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