ईश्वर का सार

ईश्वर तो कई रूप में ढलते हैं। कभी धूप या छाँव तो कभी बारिश की तरह बरसते हैं।।

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indu inshail
indu inshail 27 Jun, 2020 | 1 min read
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ईश्वर भाव, विश्वास और दया का रचनात्मक रूप है ।

जिसमे भी यह गुण दिख जाए वही प्रभु का स्वरूप है।

नहीं यहां पर कोई किसी का भाग्य विधाता

हमारे मन की इच्छा शक्ति ही है, 

हमारे कर्मों का दाता ।

स्वर्ग नरक सब यही धरा पर

यही मिलेगी खुशहाली ।

यह ब्रह्मांड और प्रकृति सब हैं

काल चक्र की, रचनाकारी।

है जिसने सोचा भला सभी का,

जो विपदा में बने सहारा ,

हाँ! नाम उसी का ईश्वर है 

जो कर्मों से महान है ।

ऊपर देखने की जरूरत नहीं,

आस पास ही देखो।

वह कौन मददगार है?

जो आपके दुख सुख में हो खड़ा निरंतर, 

वही तो भगवान है।


मुलाकात हुई मेरी ईश्वर से,

जीवन में कई बार।

पैदा होते ही मां बाप का प्यार,

और फिर भाई बहनों का दुलार।

कभी स्कूल में शिक्षक ने जताया, 

मेरे भविष्य की चिंता का सवाल।

तो कभी दोस्तों से ही की,

मदद की गुहार

कभी पति बने परमेश्वर तो

कभी बच्चे लगे, जीवन का उपहार

सब में ही ईश्वर का भाव मिला।

जीवन को पार लगाने के लिए,

एक नाविक को उसका नाव मिला।

इस जग में हमारी खुशियों की,

एक दूसरे के पास कमान है।

ऊपर देखने की जरूरत नहीं,

आस पास ही देखो।

वह कौन मददगार है?

जो आपके दुख सुख में, हो खड़ा निरंतर 

वही तो भगवान है।


© इंदु इंशैल


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indu inshail

Indu_Inshail

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Kumar Sandeep · 4 years ago last edited 4 years ago

    🙏🏻🙏🏻✍️✍️🙏🏻🙏🏻

  • indu inshail · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत-बहुत धन्यवाद संदीप जी

  • Manisha Bhartia · 4 years ago last edited 4 years ago

    Very nice indu ji🙏🙏

  • Shikha Chaurasiya · 4 years ago last edited 4 years ago

    Bahut achcha Laga yah Kavita padhkar. bahut kuchh sikhane Ko Mila Ishwar ke bare mein.

  • indu inshail · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank you Manisha jee

  • indu inshail · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank you Shiksha

  • Vineeta Dhiman · 4 years ago last edited 4 years ago

    BHut sunder likha hai👌👌

  • Neha Srivastava · 4 years ago last edited 4 years ago

    Bahut sundar,💐💐

  • Ektakocharrelan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Bhuat khub

  • indu inshail · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank you Vineeta Mam

  • indu inshail · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank you Neha dear

  • indu inshail · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank you Ekta Mam

  • ARCHANA ANAND · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत बढ़िया

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