समय कैसे गुजर गया कुछ पता ना चला सबकुछ ऐसे ही चलता रहा! जिन्दगी में कुछ भी बदलाव नहीं आए हर रोज घर पर कोई न कोई हिन्सा होती रहती वह लड़की तो जानो आदि सी हो चुक हो सबकी
लड़कियो के लिए तो उनके पिता सबकुछ होते है लेकिन वह इसे कैसे स्वीकार करती उस बाप ने तो उसे तक नही बक्शा क्युकि वह" लड़की" थी...
उसे यही अहसास करवाया जाता की वो लड़की है!! उसे सबके आगे झुक कर रहना होगा...
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
बहुत अच्छा लिखा है मैम👌
धन्यावाद🤗❤️
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