शादी के बाद हर लड़की जिससे सबसे ज्यादा घबराती है वो है सास। शादी से पहले मैने भी अपने रिश्तेदारों से अपनी सास के तेज स्वभाव के बारे में सुन रखा था। अपने मन मे सतरंगी सपनो को संजोए जब दुल्हन बन मैं ससुराल में आई तो सबसे ज्यादा इसी बात का डर था कि उनकी मन मे अपना स्थान बना पाऊँगी की नही। सास बहु के सीरियल देख देख कर मेरे मन मे सभी सासों के लिए धारणा हिटलर वाली थी।
पर किसी का असली स्वभाव तो उसके साथ रहने और समय बिताने पर पता चलता है। शादी के बाद जब धीरे धीरे मुझ पर जिम्मेदारियां पड़ने लगी तब मुझे वास्तविकता का पता चला कि कल्पना और वास्तविकता में बहुत अंतर होता है। मैं गलत थी यहाँ मुझे इतना लाड़ प्यार और मार्गदर्शन मिला कि मैं कुशल हो गई। एक लडक़ी अपने पति के बाद अपनी सास के सबसे करीब होती है। मैने अपने हँसमुख और मिलनसार स्वभाव से अपनी सास का दिल जीत लिया।
हम हमेशा सास के बारे में पढ़ते व देखते है कि उसकी सास ऐसी है, वैसी है। पर मेरा मानना है कि ताली एक हाथ से नही बजती। सास बहू के रिश्ते टूटने में हर बार सिर्फ सास का ही दोष हो ये जरूरी नही। कई बार बहुएं भी रिश्ते बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार होती है।
- ससुराल में बहु अगर चाहें तो इतनी गहरी भावनात्मक पकड़ बना सकती है कि फिर उसका कभी कभी रिलेक्स रहना ससुराल वालों को अनुशासनहिनता या नाटक नही लगेगा। अपने अनुभव के आधार पर बहुओं के लिए कुछ सुझाव शेयर करना चाहूंगी..जिस तरह बहु बनना आपका पहला अनुभव है, हो सकता है सास के लिए भी यह पहला अनुभव हो। अतः उन्हें समझने की कोशिश करे और माँ के रूप में उन्हें सम्मान दे।
- आपकी सास ने परिवार को संभालने में अमूल्य समय दिया है इसलिये वो आपसे ज्यादा तजुर्बा रखती है। उनसे सबकुछ सीखे ताकि आगे बढ़ने में आसानी हो।
- सास के बारे में सुनी सुनाई बातो की सास हमेशा तंग करती है आदि को अपने मन से निकाल दे। किसी की भी बातो में आकर किसी के प्रति मन मे गलत धारणा न बनाये।
- सासूमाँ की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाये, उनके साथ घुमने जाए। अगर आपको उनसे कोई परेशानी है तो पति से कहने की बजाय सीधे उन्ही से बात करे। ऐसा करने से घर मे अशांति और तनाव का वातावरण नही होगा।
- जब तक सास है उनके निर्णयो को सम्मान दे, आपसी पति पत्नि के झगड़ो में सास को न लाये। अगर सास के मन मे बेटे के लिए असुरक्षा की भावना पैदा होने लगे तो उनसे बात कर उन्हें निश्चित कर दे।
- सास के साथ साथ ससुराल में बाकी सदस्यों को भी प्यार और सम्मान दे। कोई भी महत्वपूर्ण दिवस पर उन्हें उपहार अवश्य दे।
सहयोग, समर्पण और समझदारी बहु के जीवन मे ऐसे शब्द है जिनके बिना काम नही चलता। बहु को व्यवहारिक समझदारी से सबका मन जितने का प्रयास करना चाहमेरे लेख पर अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे पसन्द आये तो लाइक करना न भूले। धन्यवाद
@बबिता कुशवाहा
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