करती हूं आभार तुम्हारा, मुझे अपना हमसफ़र चुनने के लिए,
मेरे जीवन के हर दिन को खुशियों से भरने के लिए,
बिन कहे ही मेरी हर तकलीफ को समझने के लिए।
करती हूं आभार तुम्हारा, मेरे जीवन मे आने के लिये,
मेरी खुशियों में अपनी खुशी तलाशने के लिए,
मेरी कमियां, मेरे अवगुणों सहित मुझे अपनाने के लिए।
करती हूं आभार तुम्हारा, मुझे अच्छी पत्नी और माँ का दर्जा देने के लिए,
जीवन के हर कठिन समय मे मेरी ढ़ाल बनने के लिए,
उन नौ महीनों के सबसे कठिन समय को इतना खूबसूरत बनाने के लिए।
करती हूं आभार तुम्हारा।।
©®बबिता कुशवाहा
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