तो क्या हुआ ये साल और गया,
जिंदगी का सफर अभी बाकी है।
क्या हुआ जो सपने अधूरे रह गए,
मंजिलो की उड़ान अभी बाकी है।
क्या हुआ जो किरणो का उजाला नही,
सितारों की चमचमाहट अभी बाकी है।
क्या हुआ जो अपनो का साथ नही,
सपने पूरे करने का जुनून अभी बाकी है।
तुम्हारें साथ ने आत्मविश्वास और नई पहचान दी है,
सभी के दिलों में अपनी पहचान बनाना बाकी है।
मैं फिर कलम उठाऊँगी, मैं फिर लिखूंगी,
क्योंकि ख्वाहिशों का सफर अभी बाकी है।
@बबिता कुशवाहा
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Very nice
Thanks
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