Babita Kushwaha
Babita Kushwaha 18 Oct, 2020
आज की नारी
इग्नोर करों उन लोगों को जो कहते है कौन हो तुम, कहा से आई हो? अब तो पिछड़े रिवाजों को तोड़ना सीखों, हो तुम आज की नारी खुद अपनी पहचान बनाना सीखों, हाँ अपने अस्तित्व को बचाना सिखों।।।।

Paperwiff

by Babitakushwaha

18 Oct, 2020

शक्ति स्वरूपा नारी

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.