Amit Narayan Upadhyay
Amit Narayan Upadhyay 08 Aug, 2023
दिल
दिल जलता है तो जलने दो, दिल, दिल है, दिल के लिए भला इंतेज़ाम क्या है ?? आये हो तुम कुछ लेने लगता है, अरे !! कह भी दो तुम्हे काम क्या है ?? रुक जाया करो कभी एक जगह पर, तुम्हे नहीं पता क्या "आराम" क्या है ?? मिलते हो कितनो से, ये खुदा जाने, जरा बताना, फिर से, की हमारा "नाम" क्या है ?? चलो यकीन खुद पर तो करलो, अब ये मत पूछो, की "ऐतराम"क्या है ?? अरे इश्क़ से डरने लगे, तुम ही तो कहते थे, तुम्हे फ़र्क़ नहीं पड़ता की "अंजाम"क्या है ??

Paperwiff

by Arjunyasyasaha

08 Aug, 2023

दिल

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