"इसका बुखार तो बढ़ता ही जा रहा है।"
"हाँ, डिहाइड्रेशन भी खतरे की सीमायें लांघ चुका है ।"
"लगता है इससे इसकी क्षमता से ज्यादा काम करवाया गया है।"
"इसके शारीरिक शोषण की सारी सीमाएं लांघ दी गई है।"
"मुझे चिंता है कि, शायद ये नहीं बचेगी, कुछ दिन की मेहमान है ।"
टेलीविज़न पर चल रहे किसी सीरियल में कुछ डॉक्टर हॉस्पिटल में पलंग पर लेटी स्त्री के बारे में बात कर रहे थे ।
अचानक दर्शक ने चैनल बदल दिया , अब किसी चैनल पर ग्लोबल वार्मिंग पर बहस शुरू थी ।
मुद्दे वही थे बस आवाज़ें और स्त्री का शरीर बदल गया था ।
#Anil_Makariya
Jalgaon (Maharashtra)
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
उम्दा, बेहतरीन.. हमेशा की तरह।
वाह...बहुत बढ़िया।
बेहतरीन
बेहतरीन लघुकथा
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