तुम्हारी तस्वीर में
सिर्फ तुम ही नहीं दिखती
तुम्हारे साथ दिखता है
समय का ठहराव भी
बिल्कुल तुम्हारे चेहरे
पर ठहरे भाव की तरह
जिसमें वर्षों तक कैद होगीं
तुम्हारे मन में मेरे लिए होने
वाली उस वक्त की उमड़ घुमड़
जिस वजह से तुम मुस्कुराई होगी
जिसमें कैद होगी
तुम्हारी झील सी आँखें
जिसमें मेरे प्यार का
अरमां मुझे तैरता स्पष्ट
प्रतीत होगा।।
हर एक चीजें कैद होगीं
जो उस वक्त हमदोनों
के समक्ष होगा
किसी भी रुप में चाहे
तुम्हारी तस्वीर बनकर या
मेरे ज़ेहन में तुम्हारी स्मृति बनकर।।
_आनंद रॉय
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Wahh, well penned 👍
Sonu lamba ji thank you so much
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